बागेश्वर: बैजनाथ की तर्ज पर बागेश्वर के सरयू नदी पर कृत्रिम झील बनने का सपना आज भी पूरा नहीं हो पाया है। दो-दो मुख्य मंत्रियों की घोषणा के बाद भी निर्माण कार्य आज भी शुरू नहीं हो पाया है। नैनीताल की तर्ज पर यहां नौकायन कराने तथा पर्यटकों की आमद बढ़ाने के उद्देश्य से झील निर्माण की योजना बनाई गई थी। नगर पालिका ने इसका प्रस्ताव भेजा, लेकिन शासनादेश होने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया है।मालूम हो कि जिला बने 25 साल और राज्य बने 22 साल हो गए हैं। जिला मुख्यालय में सरयू नदी में कृत्रिम झील बनाने की मांग लगातार उठती रही। यहां हरिद्वार की तर्ज पर घाटों का निर्माण तथा नैनीताल की तर्ज पर नाव चलाने का सपना लोगों और सरकार का रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत तथा पिछले कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहे पुष्कर सिंह धामी ने यहां झील बनाने की घोषणा की। सीएम की घोषणा होने के कारण लोगों को जल्द इसके बनने की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक इस पर कार्य शुरू नहीं हो पाया है। लोगों का कहना है कि अब राजनीति खत्म काम शुरू होने का समय आ गया है। 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव हुए। इसके बाद चम्पावत उपचुनाव भी हो गए हैं, लेकिन कृत्रिम झील को पंख नहीं लग पाए हैं। गर्मी का सीजन खत्म होने के कगार पर है, इससे लोगों ने निराशा पनप रही है।