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• Mon, 22 Jul 2024 5:43 pm IST


कॉन्टेक्ट लैंस लगाते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां....


मशहूर टेलीविजन एक्ट्रेस कॉर्निया डैमेज की शिकार हो गई हैं. कॉन्टैक्ट लेंस लगाने के दौरान उनकी आंखों में गंभीर आई इंफेक्शन हो गया जिसके कारण उन्हें अस्पताल जाना पड़ा. डॉक्टरों ने उनकी आंखों में दवा डालकर पट्टी बांध दी है. फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं और उम्मीद है कि एक सप्ताह के अंदर उनकी आंखें ठीक हो जाएंगी. लेकिन असली सवाल यह है कि कॉन्टैक्ट लेंस लगाने के कारण जैस्मीन भसीन को आई इंफेक्शन हुआ ही क्यों. कॉन्टैक्ट लैंस लगाने के दौरान उन्होंने किस तरह की गतलियां कीं जिसके कारण उन्हें यह परेशानी झेलनी पड़ी. आखिर कॉन्टैक्ट लेंस हमें किस तरह लगाना चाहिए और किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए, इन सारों सवालों का जवाब विशेषज्ञ से जानते हैं... 

कॉन्टेक्ट लैंस से इंफेक्शन के कारण- डॉ बताते हैं कि जब कोई व्यक्ति कॉन्टैक्ट लेंस लगाता है तो इसे लगाने से पहले और लगाने के बाद कई तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए. कई ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से आंखों में इंफेक्शन हो सकता है और इस वजह से आंखों की रोशनी तक जा सकती है. इसलिए अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस लगाते हैं तो इससे जुड़ी सारी बातों को पहले से जान लें. डॉ. के मुताबित कॉन्टैक्ट लैंस एक कवर में रहता है. जब हम इसे कवर से निकालते हैं तब अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना जरूरी है. यदि हाथ गंदे हैं तो इससे बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन हो सकता है. वहीं जब कॉन्टेक्ट लेंस को आंखों से निकालकर कवर में रखते हैं तब भी हाथों को सही तरीके से धोना जरूरी है. इन सबके अलावा कॉन्टैक्ट लेंस और जिस कवर में कॉन्टेक्ट लैंस को रखा जाता है उसे भी साफ करना अनिवार्य है. कॉन्टैक्ट लेंस और इसके कवर को सप्ताह में एक बार सोल्यूशन से साफ करना चाहिए. ध्यान रहे अगर आप सोल्यूशन की बोतल को खोलते हैं तो इस बोतल का इस्तेमाल भी एक महीने के अंदर कर लें वरना सोल्यूशन भी इंफेक्टेड हो सकता है. जैस्मीन भसीन को किस कारण इंफेक्शन हुआ है, यह सटीक कारण तो इलाज कर रहे डॉक्टर ही बता पाएंगे लेकिन कमोबेश यही वो कारण हो सकते हैं जिनकी वजह से जैस्मिन की आंखों में इंफेक्शन हुआ होगा.

इंफेक्शन पर हो जाने पर क्या करना चाहिए- अगर कॉन्टैक्ट लेंस लगाने के बाद से आंखों में जलन, चुभन, दर्द या रेडनेस हो जाए तो समझ जाना चाहिए कि कॉन्टैक्ट लेंस के कारण इंफेक्शन हो गया है. इस स्थिति में तुरंत डॉक्टरों से संपर्क करना चाहिए. क्योंकि अगर इंफेक्शन गंभीर है तो इससे आंखों में अल्सर या घाव हो सकता है. इस घाव के भरने में समय लगता है और यह हमेशा के लिए दाग छोड़ सकता है. इस दाग के कारण कॉर्निया डैमेज हो सकती है और इस स्थिति में आंखों की रोशनी तक जा सकती है. इसलिए अपनी आंखों के प्रति हमेशा सतर्क रहें और उचित सावधानियां बरतें.

कॉन्टेक्ट लैंस लगाते समय क्या न करें- डॉ. कहते हैं की  कि कॉन्टेक्ट लैंस लगाकर कभी भी बालों को न धोएं और न ही लेंस पहनकर शॉवर लें. वहीं कॉन्टैक्ट लैंस लगाकर कभी भी टैप वाटर से आंखों में पानी न लें वरना कॉर्निया पूरी तरह डैमेज हो सकता है और इससे आंखों की रोशनी पूरी तरह जा सकती है. नल के पानी में एक खतरनाक बैक्टीरिया होता है जो कॉन्टैक्ट लैंस के कारण कॉर्निया को डैमेज कर देता है. कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर सोना भी नहीं चाहिए. सोने से पहले इसे निकाल लेना चाहिए. अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर सो जाएंगे तो इससे कॉर्निया तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होगी जिसके कारण कॉर्निया डैमेज हो सकता है.