जीला रूद्रप्रयाग स्थित क्यूंजा घाटी के ग्राम पंचायत कंडारा में पांच दिवसीय महिला नाट्य मंचन में शुक्रवार को बतौर मुख्य अतिथि केदारनाथ की पूर्व विधायक व भाजपा नेता शैलारानी रावत पहुंची। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति के संरक्षण में महिलाओं की भूमिका सराहनीय रही है। सीमित संसाधनों में उनके द्वारा नाट्य मंचन कर त्रेयता व द्वापर युग की घटनाओं के बारे में नई पीढ़ी को जानकारी देना बड़ी बात है। कहा कि गांव की महिलाएं खेतीबाड़ी व पशुपालन के साथ अपनी प्रतिभा का भी लोहा मनवा रही है। नाट्य मंचन के पांचवें दिन वाणासुर की पुत्री ऊषा व भगवान श्रीकृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध के विवाह लीला का मंचन किया गया। वीरपाल सिंह रावत के निर्देशन व संतोष रावत व निर्मला गैराला के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अंजू भंडारी, कुसुम भट्ट, प्रियंका रावत, बीना रावत, शकुंतला रावत, विलोचना रावत, राजेश्वरी रावत, गुड्डी रावत, कुसुम गैरोला, प्रेमा नेगी, थापा जगवाण, विछना नेगी, राजेश्वरी जगवाण, सर्वेश्वरी रावत, सीमा भंडारी आदि मौजूद थे।