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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 2 Sep 2021 11:20 am IST

जन-समस्या

जान जोखिम में डालकर गांव पहुंच रहे हैं ग्रामीण


गोपेश्वर: बारिश से बंद हुई ग्रामीण सड़कें न खुलने से ग्रामीण अब जान जोखिम में डालकर ही भूस्खलन स्थलों पर वाहनों से आवाजाही करा रहे हैं। गिरते पत्थरों व मलबे के नीचे से ही ग्रामीण पैदल आवाजाही कर रहे हैं।चमोली जिले में बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती मंगलवार रात घंटों तक बारिश का सिलसिला चला। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों ने रतजगा भी किया। बारिश के चलते बदरीनाथ हाईवे पर पागलनाला टंगणी के अलावा दर्जनों अन्य स्थानों पर भी मलबा आया हुआ है। लोग मलबे के ऊपर से ही वाहनों की आवाजाही करा रहे हैं। बारिश का सबसे अधिक असर संपर्क सड़कों पर पड़ा है। जिले में बारिश से 30 से अधिक सड़कें बंद पड़ी हुई हैं। अधिकतर सड़कों पर मलबा आया हुआ है तो कई सड़कें भूस्खलन की चपेट में आने के कारण जमींदोज हो गई हैं। दशोली विकासखंड के निजमूला घाटी के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली बिरही निजमूला सड़क पर अभी तक मरम्मत व निर्माण कार्य शुरु न करने से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर गांवों तक पहुंच रहे हैं। गाड़ी गांव के निकट चट्टान से गिर रहे पत्थरों व मलबे के बीच में ही राहगीर आर पार कर रहे हैं। जिला मुख्यालय गोपेश्वर के निकट डुंग्री मैकोट मोटर मार्ग पर भी कुंड तोक में दुनगदरा के उफान पर आने से सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। डुंग्री के ग्रामीण आनंद सिंह झिक्वांण ने बताया कि भूस्खलन के बाद भी ग्रामीण मजबूरी में जान जोखिम में डालकर वाहनों को आर पार करा रहे हैं। अन्य क्षेत्रों में भी सड़कों की बदहाल स्थिति के कारण ग्रामीण परेशान हैं