मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सात नवंबर तक जिले की सड़कों को गड्ढामुक्त करने के आदेश दिए थे लेकिन यह आदेश धरातल पर नहीं उतर सके हैं। जिले की मुख्य सड़कों के साथ ही कई आंतरिक सड़कें भी बदहाल हैं। इसके बावजूद सड़कों को गड्ढामुक्त नहीं किया जा सका है। सड़कों के बदहाल होने से पर्यटकों और अन्य लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
संवाद न्यूज एजेंसी ने शनिवार को पिथौरागढ़-धारचूला सड़क की पड़ताल की। इसमें पाया गया कि गंगा निवास, सनवाल बैंड, अन्ना कॉटेज, रई पुल, बस्ते शिवालिक बैंक्वेट हॉल, पंडा पुल, पंडा बाजार, जाजरदेवल बाजार, सल्मोड़ा के पास सड़क बदहाल है। सल्मोड़ा के बीआरओ पिछले छह माह से कलमठ बनाने और नाली बनाने का कार्य पूरा नहीं कर सका है। इसके बाद टीम नगर की आंतरिक सड़क पंडा बाईपास-बिण सड़क की पड़ताल की।
सड़क पंडा बाईपास से चटकेश्वर पुल तक बदहाल है। इसके बाद टीम जाजरदेवल-नैनीसैनी सड़क पहुंची। पड़ताल के दौरान सड़कों में गड्ढे और हर 10 मीटर की दूरी पर स्पीड ब्रेकर दिखा। लोगों का कहना है कि सड़क बदहाल होने से रोज कोई न कोई दोपहिया वाहन चालक इसमें गिरकर घायल हो रहा है। इसके बाद भी सड़क को ठीक नहीं किया जा रहा है।