बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ के समीप खचड़ा नाला बरसात में मुसीबत बन सकता है। सोमवार शाम को बलदौड़ा के पास पत्थर गिरने और खचड़ा नाले में भारी मलबा आने और पानी बढ़ने से हाईवे पांच घंटे से अधिक समय तक बंद रहा। इस दौरान बदरीनाथ जा रहे सैकड़ों यात्रियों को रोक दिया गया।
खचड़ा नाले में हल्की बारिश होने पर पत्थर गिरने के साथ नाला उफान पर आ जाता है। रविवार शाम करीब छह बजे बारिश होने पर खचड़ा नाले में पत्थर गिरने लगे और नाला उफान पर आ गया था। इसके अलावा अनुमान चट्टी से आगे बलदौड़ में भी मलबा आने से हाईवे बंद हो गया था। ऐसे में पुलिस ने यात्रियों को पहले ही रोक दिया। बीआरओ ने रात करीब साढ़े 11 बजे हाईवे को सुचारु कर दिया। हालांकि वाहनों की आवाजाही सुबह ही शुरू की गई। बीआरओ के कमांडर मनीष कपील का कहना है कि यहां पर तीन जेसीबी मशीनों के साथ ऑपरेटर हर समय तैनात हैं। यहां पुल निर्माण का कार्य भी चल रहा है, पुल के इस साल पूरे होने की संभावना है।धाम में ही रुके 1500 तीर्थयात्रीहाईवे बाधित होने के बाद सोमवार शाम सात बजे लामबगड़ तक पहुंचे करीब 1500 तीर्थयात्रियों को वापस बदरीनाथ धाम भेजा गया। धाम में नगर पंचायत बदरीनाथ की ओर से तीर्थयात्रियों के खाने व ठहरने की व्यवस्था की गई। नगर पंचायत के अधिशासी अभियंता सुनील पुरोहित ने बताया कि रात को तीर्थयात्रियों को धर्मशालाओं व होटलों में ठहराया गया। रात करीब एक बजे तक तीर्थयात्रियों को खाना खिलाया गया। वहीं, पांडुकेश्वर व गोविंदघाट में भी करीब 1200 तीर्थयात्रियों के ठहरने की व्यवस्था गोविंदघाट गुरुद्वारा व अन्य होटलों में की गई। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि मौसम खुलते ही मंगलवार सुबह तीर्थ यात्रियों के 115 वाहन रवाना किए गए।