तुंगनाथ घाटी में व्यवसाय कर रहे व्यापारियों ने ऊखीमठ बाजार में प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। व्यवसायियों ने कहा कि वन विभाग द्वारा उन्हें बेदखली के नोटिस देकर उनके रोजगार को उजाड़ने की तैयारी की जा रही है। जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
मंगलवार को तुंगनाथ घाटी के मक्कूबैंड, दुगलबिट्टा, चोपता तुंगनाथ, बनियाकुण्ड के व्यवसायी ऊखीमठ स्थित भारत सेवा आश्रम के निकट एकत्रित हुए। यहां से उन्होंने ऊखीमठ बाजार में मौन जुलूस निकालकर शासन व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। बीते दो दिनों से तुंगनाथ घाटी के व्यवसायी मक्कूबैंड से लेकर भुनकुंड तक प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं मंगलवार को प्रभावित व्यवसायियों को समर्थन देने के लिए घनसाली के पूर्व विधायक भीमलाल आर्य भी पहुंचे। तहसील परिसर में व्यवसायियों को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि एक ओर रुद्रप्रयाग व केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग द्वारा स्वरोजगार कर रहे स्थानीय युवाओं को बेदखली के नोटिस दिए गए हैं। इस मौके पर चोपता व्यापार मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र मैठाणी, क्षेपंस जसबीर नेगी, प्रधान विजयपाल नेगी, प्रधान अरविंद रावत, विजय चौहान, कैलाश पुष्पवान, कुंवर सिंह राणा, दिनेश बजवाल आदि मौजूद थे।