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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 24 Jul 2023 5:58 pm IST


उत्तराखंड : आखिर घायल बाघिन ने अपने ही शवकों को क्यों बनाया निवाला ?


कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की कालागढ़ रेंज में घायल बाघिन को ढेला रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था। पेट में तार धंसने के बाद बाघिन घायल हो गई थी। इसके बाद बाघिन ने शावकों को जन्म दिया। पहले उसने अपने दो शावकों को निवाला बनाया और अब तीसरे शावक को भी खा गई है।ढेला रेस्क्यू सेंटर में बाघिन ने 17 जुलाई को दो शावकों और 18 जुलाई को तीसरे शावक को जन्म दिया गया था जिनमें से दो शावकों की मृत्यु हो गई थी। 19 जुलाई को विशेषज्ञ पैनल ने भी बाधिन को स्वस्थ पाया था। रेस्क्यू सेंटर में मादा बाघ और उसके शावक पर सघन निगरानी के लिए बाड़े में विभिन्न जगहों पर सीसीटीवी लगाए गए। वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी ने विशेष आहार तैयार कर मादा बाघ को दिया गया। बाड़े में साफ-सफाई कर उसे पूर्णतः आईसोलेट किया गया। कॉर्बेट निदेशक डॉ. धीरज पांडे ने बताया कि दो दिन पहले ही बाघिन अपने तीसरे शावक को दूध भी पिला रही थी। शावक और बाघिन की सीसीटीवी से वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी और उनकी टीम लगातार निगरानी कर रही थी।22 जुलाई को शावक को सीसीटीवी में नहीं दिखाई देने पर बाड़े में खोजा गया लेकिन शावक या उसका शव वहां नहीं मिला। यह प्रतीत होता है कि बाघिन ने पहले दो शावकों की तरह इस तीसरे शावक को भी निवाला बना लिया। बाघिन वर्तमान में सामान्य आहार ले रही है और पूर्ण रूप से स्वस्थ प्रतीत हो रही है। उसके व्यवहार की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।