भीमताल (नैनीताल)। जिले के दूरस्थ ब्लॉक ओखलकांडा में बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं ने एक और जान ले ली। सोमवार को ओखलकांडा की ग्राम पंचायत ल्वाड़-डोबा के तोक अदगढ़ा में एक महिला ने घर में बच्ची को जन्म दिया। बच्ची को जन्म देने के आधे घंटे बाद महिला की तबीयत बिगड़ने से जान चली गई। अब स्वास्थ्य विभाग के कार्मिक शिशु के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गांव को रवाना हो गए हैं। मंगलवार को डॉक्टरों की टीम भी गांव पहुंचेगी।प्रधान अंजू मटियाली ने बताया कि सोमवार सुबह आशा देवी (23) पत्नी जगदीश चंद्र ने प्रसव पीड़ा होने पर घर में एक बच्ची को जन्म दिया। आधे घंटे बाद आशा की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि परिजनों को आशा को अस्पताल ले जाने का समय तक नहीं मिला। समाजसेवी प्रकाश मटियाली ने बताया कि गांव में सड़क नहीं होने से ग्रामीणों को तीन किलोमीटर पैदल आवाजाही करनी पड़ती है। नेटवर्क की दिक्कत के चलते भी परिजन एबुलेंस को फोन नहीं कर पाए। कहा कि सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और सड़क की सुविधा को लेकर चाहे कितने भी दावे कर ले लेकिन ओखलकांडा में हालात बदहाल हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जल्द स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा। आशा के पति जगदीश चंद्र मजदूरी कर परिवार चलाते हैं।