जम्मू-कश्मीर कारागार डीजी जेल एचके लोहिया हेमंत कुमार लोहिया की हत्या के तार पीओके से जुड़ रहे हैं।
दरअसल जिस आतंकी संगठन द रजिस्ट्रेंस फ्रंट ने डीजीपी की हत्या की जिम्मेदारी ली है, व पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद के आईएसआई के सक्रिय आतंकी की शह पर घाटी में आतंक पनपा रहा है। द रजिस्ट्रेंस फ्रंट के अलावा घाटी में तीन और आतंकी स्लीपर सेल के तौर पर सक्रियता बढ़ा रहे हैं।
खुफिया एजेंसियों की मानें तो बीते एक साल में इन स्लीपर सेल के आतंकियों पर बड़ी कार्रवाईयां भी की हैं। डीजीपी जेल एच.के. लोहिया की हत्या में द रजिस्ट्रेंस फ्रंट ने आतंकी वारदात की जिम्मेदारी ली है। घाटी में स्लीपर सेल के तौर पर ये आतंकी संगठन न सिर्फ सक्रिय है, बल्कि घाटी के युवाओं को गुमराह कर अपने सेल में शामिल करता है। घाटी में होने वाली वारदातों में पीओके के मुजफ्फराबाद में बैठे इस आतंकी की साजिश होती है। फिलहाल भारत की खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।
बताते चलें कि, कश्मीर में पिछले साल सैयद अली शाह गिलानी की मृत्यु के बाद पाकिस्तान की ओर से आंतक फैलाने में मदद करने वाला कोई भी रहनुमा अब जीवित नहीं बचा है। यही वजह है कि, आईएसआई ने अब अपने आतंकवाद फैलाने वाले केंद्र बिंदु को घाटी से पीओके के मुजफ्फराबाद में शिफ्ट कर दिया है।