लखनऊ: उत्तर प्रदेश को औद्योगिक निवेश का ग्लोबल हब बनाने के लिए जारी कोशिशों के बीच मंगलवार को यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में यूएसआईएसपीएफ के प्रेसिडेंट और सीईओ मुकेश अघी, बैंक ऑफ द वेस्ट की प्रेसिडेंट और सीईओ नंदिता बख्शी, स्पाइस जेट के चेयरमैन अजय सिंह, मेटा (फेसबुक) के पब्लिक पॉलिसी हेड राजीव अग्रवाल, स्टैंडर्ड चार्टर्ड के सीईओ ज़रीन दारूवाला, भारत सरकार के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल सहित स्वास्थ्य, रक्षा, शिक्षा, बैंकिंग, एविएशन, सोशल मीडिया सहित अनेक सेक्टर के दर्जन भर से अधिक सीईओ, अन्य वरिष्ठ अधिकारी व यूएसआईएसपीएफ के पदाधिकारी शामिल रहे।
उत्तर प्रदेश के बदले माहौल को यूएस प्रतिनिधिमंडल ने सराहा
इसके अलावा मुलाकात और बातचीत के दौरान प्रदेश के अवस्थापना
एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को प्रदेश में बेहतर होते सड़क, रेलमार्ग, जलमार्ग, वायुमार्ग
इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस कॉरीडोर
की प्रगति, 25 औद्योगिक
नीतियों/सेक्टोरल पॉलिसी के संबंध में संक्षिप्त परिचय दिया। उत्तर प्रदेश
आगमन पर यूएसआईएसपीएफ प्रतिनिधिमंडल का अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 250 मिलियन की आबादी
के साथ उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है। हमारे पास सबसे बड़ा लैंडबैंक
है। उद्योग अनुकूल औद्योगिक नीतियां हैं। सुदृढ़ कानून व्यवस्था है। हम खाद्यान्न
उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर हैं, बल्कि निर्यात भी कर रहे हैं। देश में सबसे अच्छी उर्वरा
भूमि उत्तर प्रदेश के पास है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप उत्तर
प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर
की अर्थव्यवस्था का राज्य बनने के हमारे संकल्प की पूर्ति में में यूएसआईएसपीएफ
सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।
सीएम योगी ने कहा कि भारत, दुनिया का सबसे
बड़ा लोकतंत्र है और यूएसए सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था। ऐसे में अगर यह दो देश मिलकर
काम करें तो यह विश्व मानवता के कल्याणकारी होगा। इस दृष्टि से भारत और यूएसए के
बीच रणनीतिक सम्बन्धो को और बेहतर करने में यूएसआईएसपीएफ की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने
कहा कि प्रधानमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश को देश के 'ग्रोथ इंजन' की सामर्थ्य वाले राज्य की संज्ञा दी है। प्रदेश अपनी इस जिम्मेदारी को निभाने
के लिए तैयार है। विगत पांच वर्षों में नियोजित
प्रयासों से उत्तर प्रदेश, देश में
औद्योगिक निवेश के सर्वश्रेष्ठ गंतव्य के रूप में उभर कर आया है।
निवेशकों को हर संभव सहायता देगी राज्य सरकार
सूबे के मुखिया ने कहा कि आगामी 10-12 फरवरी, 2023 तक उत्तर प्रदेश
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रहा है। यह समिट इंडो-यूएस द्विपक्षीय
व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने का बेहतरीन अवसर है। इस महत्वपूर्ण कार्य में
यूएसआईएसपीएफ से सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बड़ा
बाजार है। अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब, पेप्सिको, सिनॉप्सिस, वालमार्ट आदि कई
अमेरिकी कंपनियां उत्तर प्रदेश में पूर्व से ही कार्य कर रही हैं, सभी के अनुभव अच्छे
हैं। सरकार सभी के व्यावसायिक हितों का ध्यान रख रही है। उन्होंने कहा कि
उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाले हर एक निवेशक के हितों को सुरक्षित रखने के लिए
हम प्रतिबद्ध हैं। राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को हर संभव सहायता दी जाएगी।
प्रदेश में न केवल निवेशकों का हित सुरक्षित होगा, बल्कि उन्हें हर प्रकार का संरक्षण भी प्राप्त होगा।