रुद्रप्रयाग: उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर परिसर में जगह-जगह कूड़ा कचरा फैला हुआ है। यह पूरा क्षेत्र प्रतिबंधित वन क्षेत्र में आता है, इसके बावजूद पर्यटक बिना रोक टोक के इस क्षेत्र में पहुंचे, तथा कूड़े के ढेर लगा दिए। जिससे यहां के पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। वहीं मंदिर की पवित्रता भी प्रभावित हो रही है। जिम्मेदार विभाग मौन साधे बैठा हुआ है। विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर तुंगनाथ के कपाट इन दिनों शीतकाल में बंद हैं। बावजूद यहां पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। तुंगनाथ पैदल मार्ग से लेकर मंदिर परिसर तक कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। मंदिर के प्रबंधक बलबीर नेगी ने बताया कि साफ सफाई के लिए टीम पहुंच गयी है, दो दिन पूर्व भी टीम धाम में पहुंची थी, लेकिन भारी बर्फबारी के चलते वापस लौटना पड़ा।