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• Tue, 11 May 2021 5:04 pm IST


गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर हुए राज्यमंत्री स्वामी यतिस्वरानंद


विभागीय अधिकारियों को दिए जल्दी गन्ना भुगतान कराने के निर्देश
हरिद्वार। गन्ना किसानों की समस्याओं के समाधान को लेकर गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मन्त्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की हिदायत भी दी। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने अपने आश्रम स्थित कैम्प कार्यालय में विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि तत्काल निजी चीनी मिलों से गन्ना किसानों का बकाया भुगतान कराया जाए।
उन्होंने गन्ना आयुक्त को प्रत्येक सप्ताह में तीन दिन हरिद्वार बैठकर गन्ना किसानों की समस्याओ का निराकरण करने के निर्देश दिए। स्वामी यतीश्वरानन्द ने कहा कि पर्यवेक्षक गन्ना सर्वे का कार्य मौके पर जाकर समय से पूरा करें। उन्होंने गन्ना समितियों में तैनात कर्मचारियों का ब्यौरा मांगा और जल्द से जल्द रिक्त पदों पर भर्ती करने को निर्देशित किया और लंबे समय से एक स्थान पर तैनात अधिकारी व कर्मचारियो की जानकारी भी ली।
उन्होंने कहा कि किसानों को खाद व दवाई की कमी नही आनी चाहिए। विभाग में घुसे बिचैलियों और माफियाओं को खत्म करना उनकी प्राथमिकता है। गन्ना किसानों को अधिक से अधिक फायदा पहुंचाने के लिए ठोस योजनाएं बनाई जाए। गन्ना मंत्री ने सहायक गन्ना आयुक्त को जल्द से जल्द सभी समितियों की बैलेंस शीट बनाकर उनके सम्मुख प्रस्तुत करने व विभाग में उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमैट्रिक मशीन लगाई जाने के निर्देश दिए। 
साथ ही गन्ना समितियों द्वारा किसानों को नगद खाद देने की व्यवस्था शुरू की जाए। निर्देश देते हुए स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि यदि गन्ना किसानों की समस्याओं का समाधान नही हुआ तो सम्बंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।  उन्होंने कहा कि पेराई सत्र समाप्त होते ही सहकारी व सार्वजनिक चीनी मिलों द्वारा किसानों का पूर्ण भुगतान के लिए 198.64 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए है।
अब निजी चीनी मिलों पर दबाव बनाये और जल्द से जल्द गन्ना किसानों का बकाया भुकतान कराया जाए। अन्यथा कानूनी कार्यवाही की जाए। बैठक में सहायक गन्ना आयुक्त शैलेन्द्र सिंह, दिग्विजय सिंह ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक इकबालपुर, आशीष नेगी ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक लिब्बरहेड़ी, जितेंद्र  नागर,  प्रदीप वर्मा, ऋषिपाल बालियान सुशील राठी आदि उपस्थित रहे।