रानीखेत (अल्मोड़ा)। लावारिस जानवरों के आतंक से परेशान काश्तकारों को अब ब्लॉक की तारबाड़ योजना ने काफी उम्मीदें हैं। ब्लॉक की तरफ से सौनी गांव में योजना को शुरू कर दिया गया है। प्रथम चरण में दो लाख रुपये की धनराशि से खेतों को तारबाड़ किया जा रहा है। सौनी गांव में लावारिस जानवरों के आतंक से कई ग्रामीण खेती से विमुख हो रहे हैं।
मूली, मटर, आलू, हरी सब्जी, अदरक, लहसुन आदि के लिए प्रसिद्ध सौनी गांव के काश्तकार जंगली सूअर आदि से काफी परेशान हैं। ग्रामीणों की मांग पर ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत ने दो लाख रुपये की लागत की तारबाड़ योजना का काम शुरू कराया है। धीरे-धीरे पूरे गांव के खेतों में तारबाड़ किया जाएगा। गांव के प्रधान विक्रम उपाध्याय ने कहा कि योजना शुरू हो चुकी है। उद्यान विभाग ने भी आश्वासन दिया है कि तारबाड़ के किनारे कीवी के पेड़ लगाएंगे। वहीं, ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत कहते हैं कि तारबाड़ योजना से अन्य गांवों को भी जोड़ा जाएगा।