Gluten Free Diet: आपने कई बार ग्लूटन-फ्री खाने के बारे में सुना या पढ़ा होगा। इसके बारे में पढ़ने के दौरान आपने यह भी सोचा होगी कि क्यों न इसे अपना लिया जाए। फिटनेस फ्रीक्स का एक वर्ग है, जिन्हें ग्लूटेन से एलर्जी है, और वे ही ग्लूटेन मुक्त अभियान के पीछे हैं। ग्लूटेन कई लोगों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का कारण बनता है, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
ग्लूटन-फ्री ट्रेंड क्या है?
बहुत से लोग ग्लूटन को ठीक से पचा नहीं पाते हैं और इसलिए बढ़ती जागरूकता के साथ लोग ग्लूटेन मुक्त होने लगे हैं। गेहूं हमारी डाइट का एक बड़ा हिस्सा है। आज के ज़माने में गेंहू के जो बीच बोये जा रहे हैं, वे हाइब्रिड हैं। इन बीजों में भारी मात्रा में ग्लूटेन और अन्य प्रोटीन होते हैं, जिन्हें शरीर पचा नहीं पाता।
तो इसका फैसला कैसे करें कि आपको ग्लूटन की ज़रूरत है या नहीं?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अपने लक्षणों को पहचानना बेहद ज़रूरी है। एक्ने, बालों का झड़ना और यहां तक कि अवसाद भी ग्लूटन असहनशीलता की वजह से हो सकता है। आप जो चीज़ रोज़ खाते हैं, वे आप पर असर करती है। अगर आप किसी चीज़ से एलर्जिक हैं, तो उसकी जगह कोई दूसरी चीज़ ले लें। ग्लूटन असहनशीलता का सबसे बड़ा लक्षण है ब्लोटिंग यानी पेट फूलना। अगर खाने में अनाज खाने के बाद आपका पेट फूलने लगता है, तो इस पर नज़र रखें। अगर ऐसा दोबारा होता है तो अपनी डाइट से ग्लूटन हटाएं।