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• Wed, 13 Dec 2023 4:11 pm IST


जिम कॉर्बेट में बाघ और गुलदार पर मंडरा रहा इस Virus का खतरा...


रामनगर। कार्बेट लैंडस्केप में बाघ व गुलदार को घातक कैनाइन डिस्टेंपर वायरस से बचाने के लिए भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण व जलवायु मंत्रालय ने कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के लिए तीन वर्षीय शोध प्रोजेक्ट स्वीकृत किया है।

नेशनल मिशन फॉर हिमालयन स्टडी के अंतर्गत पहले चरण में कार्बेट के बाहर के दो किलोमीटर की परिधि में कुत्तों का वैक्सीनेशन कराया जाएगा, जिसमें इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आइवीआरआइ) बरेली व पशुपालन विभाग का सहयोग लिया जाएगा। इस वायरस से बाघ व गुलदार के नर्वस सिस्टम पर सीधे असर पड़ता है।रूस, मलेशिया नेपाल और उत्तर प्रदेश के दुधवा नेशनल पार्क में कैनाइन डिस्टेंपर वायरस से संबंधित मामले सामने आने के बाद कार्बेट के लिए यह शोध बेहद अहम साबित होगा। इस पर करीब 2.70 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कैनाइन डिस्टेंपर संक्रामक जानलेवा वायरस है जो कुत्तों में पाया जाता है।

कैनाइन डिस्टेंपर वायरस के मामले अभी दुर्लभ हैं। यह अत्यधिक संक्रामक और जानलेवा संक्रमण है। यह एक ही समय में कई शारीरिक प्रणालियों पर हमला करता है। इसके लिए टीका मौजूद है। इस शोध से राष्ट्रीय स्तर पर बाघ व गुलदार में कैनाइन डिस्टेंपर को लेकर एक राष्ट्रीय रोग निगरानी नियम बनाया जा सकता है।