विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन को शातिर बताया है। कहा कि, प्रदर्शनों की आड़ में शातिराना ढंग से जीरो कोविड नीति को छोड़ा है।
जाहिर है, चीन में जीरो कोविड नीति प्रभावी साबित नहीं हो रही थी और लगातार संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे थे। हालांकि, दुनिया का मानना है कि, चीन ने जैसे ही जीरो कोविड नीति में ढील दी, इससे संक्रमण की स्थिति विस्फोटक हो गई है। लेकिन सच्चाई ये है कि, चीन के कोविड प्रबंधन की सभी कोशिशें नाकाम थी।
दुनिया ने देखा कि, जीरो कोविड नीति के नाम पर लोगों पर अत्याचार हो रहे थे। बताया जा रहा है कि, चीन में जुकाम, खांसी, बुखार की दवा और कोविड टेस्ट जांच की काफी तंगी हो गई है। चीन की फार्मा कंपनियों ने ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों को कोविड टेस्ट किट और दवाओं के बड़े ऑर्डर दिए हैं। इसके अलावा हांगकांग, मकाऊ से लोग अपने परिवार वालों को दवाएं और जांच किट भेज रहे हैं।