अल्मोड़ा। भारत में 2025 तक टीबी को जड़ से खत्म करने का अभियान तेजी से चल रहा है। दरअसल, कोरोना का प्रकोप बढ़ा तो पहाड़ों में कोरोना की जांच करने के लिए ट्रू-नेट मशीनें लगाई गई। अब इन मशीनों से टीबी की जांच भी की जाने लगी है। पहले लोग टीबी से संबंधित बीमारी का इलाज करवाने के लिए अल्मोड़ा या अन्य नगरों का रुख करते थे लेकिन अब उन्हें घर के पास ही जांच की सुविधा मिल रही है।
इस मशीन की खासियत यह भी है कि इसमें मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट (एमडीआर) के मरीजों का भी पता आसानी से चल जाता है, जिन्हें टीबी की दवा पूरी तरह से असर नहीं कर पाती है। ऐसे मरीजों का यह मशीन बड़ी आसानी से पता लगा लेती है। रानीखेत, धौलादेवी और चौखुटिया की बड़ी आबादी को इस मशीन के लगने से लाभ मिलेगा। इसके लिए इन जगहों पर पर्याप्त स्टाफ की व्यवस्था भी की गई है।