देश के 12 ज्योलिंगों में एक भगवान केदारनाथ धाम में धीरे-धीरे धार्मिक एवं तीर्थाटन के बजाए पर्यटन डेस्टिनेशन बढ़ता नजर आ रहा है। एक समय था जब केदारनाथ में चारों ओर विशुद्ध रूप से तीर्थयात्री ही नजर आते थे, किंतु अब तीर्थयात्री तो हैं किंतु इनका स्वरूप बदल गया है।
अधिकांश युवा है और वे केदारनाथ में दर्शन के बजाए व्लॉग, रील, वीडियो बनाने के साथ ही यहां के खूबसूरत प्राकृतिक सौन्दर्य को मोबाइल और कैमरों में कैद करने के मकसद से ही यात्रा पर आ रहे हैं। कोरानाकाल के बाद से केदारनाथ धाम में अधेड़ और बुर्जुग तीर्थयात्रियों की तुलना में युवाओं की आवाजाही ज्यादा हो रही है।
तीन सालों के भीतर केदारनाथ धाम से न जाने कितने वीडियो और रील सोशल मीडिया पर वायरल हुए है, इनमें कई पर विवाद भी हुआ है। हालांकि केदारनाथ यात्रा में हर साल आने वाले देश-विदेश के तीर्थयात्रियों का सरकार, प्रशासन, पुलिस और बीकेटीसी स्वागत करती रही है किंतु अब, तीर्थाटन के बजाय केदारनाथ में पर्यटन के रूप में घूमने, मौज मस्ती करने और वीडियो, रील, व्लॉग आदि बनाने वाले तीर्थयात्रियों के आने से सबकी चिंताएं बढ़ रही है।