लक्सर: प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य घोषित कर दिया है. लेकिन सरकार के निर्णय से लक्सर क्षेत्र के किसान खुश नहीं हैं. इसकी वजह ये हे कि सरकार ने पिछले वर्ष वाला गन्ना मूल्य ही घोषित किया है. किसानों का कहना है कि अगेती प्रजाति 355 और पछेती प्रजाति का 345 रुपये प्रति क्विंटल ही रिपीट कर दिया है. किसान इसे नाकाफी बता रहे हैं. किसान वेद प्रकाश सिद्धू, पंकज और सोमिन्दर ने कहा कि खेती करने वाले किसानों को कीटनाशक दवाई से लेकर निराई गुड़ाई के साथ मजदूरी भी महंगी पड़ रही है. इससे किसानों को प्रति बीघे में 18 हजार से अधिक की लागत लगाकर गन्ने की फसल उगानी पड़ रही है. इस कारण किसानों को गन्ने की फसल में मुनाफा नहीं हो रहा है. गन्ने के रेट में बढ़ोत्तरी ना होना ओर बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार ने किसानों के हक में निर्णय नहीं लिया बल्कि किसानों को निराश किया है.किसानों ने कहा कि बढ़ती महंगाई में उनके हाथ कुछ नहीं लगता. मजदूरी महंगी है. दवाइयां महंगी हैं. साथ ही पूरे साल मेहनत करने के बाद भी किसान के हाथ कुछ नहीं लगता. इस बीच में ओलावृष्टि, बारिश, आपदाओं या आगजनी जैसी घटनाओं को भी किसान को ही झेलना पड़ता है. तब कहीं जाकर किसान खून पसीने की मेहनत से फसल को तैयार करता है.