देहरादून: आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथिक कालेजों में यूजी पाठ्यक्रम में दाखिले का इंतजार अब बस खत्म होने वाला है। राज्य में आयुष-यूजी की काउंसलिंग 20 फरवरी से शुरू होने जा रही है। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने काउंसलिंग की अधिसूचना जारी कर दी है। जिसके अनुसार मापअप राउंड सहित तीन चरण में काउंसलिंग कराई जाएगी।
कुलपति डा. सुनील जोशी ने बताया कि काउंसलिंग संबंधी जानकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। जिन छात्रों ने नीट क्वालिफाई किया होगा, वही आयुष काउंसलिंग में हिस्सा ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि आल इंडिया कोटा की 15 प्रतिशत सीटों के लिए काउंसलिंग आयुष एडमिशन सेंट्रल काउंसलिंग कमेटी करती है, जबकि राज्य कोटा की सीटों के लिए आयुर्वेद विवि केंद्रीयकृत काउंसलिंग का आयोजन करता है। कुलपति के अनुसार, नीट की मेरिट के आधार पर प्रवेश के लिए अर्ह अभ्यर्थी 20 फरवरी से आनलाइन पंजीकरण कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य में तीन सरकारी आयुर्वेद कालेज हैं। इनमें विश्वविद्यालय का मुख्य परिसर, गुरुकुल व ऋषिकुल आयुर्वेद कालेज शामिल है। इसके अलावा निजी कालेजों में 16 आयुर्वेद कालेज, दो होम्योपैथिक और एक यूनानी कालेज है। दो निजी आयुर्वेद कालेज की मान्यता अभी नहीं आई है। जबकि एक कालेज को इस बार मान्यता नहीं मिली है।