हरिद्वार : पंचायती अखाड़ा निर्मल के सचिव महंत जगतार सिंह ने कहा कि जसविंदर सिंह पंचायती अखाड़ा निर्मल के महंत नहीं है और न ही उन्हें बयान देने का अधिकार है। श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह और उनके सहयोगी खुद निर्मल अखाड़े की संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने में लगे हैं। प्रेस को जारी बयान में महंत जगतार सिंह ने कहा कि अखाड़ा किसी संत महंत की निजी संपत्ति नहीं हैं। अखाड़े की ओर से महंत जसविन्दर सिंह को बोलने को कोई अधिकार नहीं है। न ही वह अखाड़े के कोई पदाधिकारी हैं।
क्या बोला दूसरा पक्ष : निर्मल अखाड़ा के कोठारी महंत जसविंदर सिंह का कहना है कि जगतार सिंह, रेशम सिंह, कश्मीर सिंह और प्रेम सिंह के खिलाफ कनखल थाने में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इनके पास कोई कागजात नहीं है। कोर्ट में भी ये लोग कोई कागज प्रस्तुत नहीं कर पाए हैं। इन लोगो ने फर्जी प्रस्ताव पास किया है।