ऋषिकेश: एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) ऋषिकेश में बीएससी एलाइड हेल्थ साइंसेज की एक छात्रा ने एम्स प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उसे आठ अक्टूबर को हास्टल वार्डन ने आधी रात को रात नौ बजे बेवजह हास्टल से बाहर निकाल दिया। उसे छह अक्टूबर को कमरा आवंटित किया गया था बिना ये जानकारी दिए की रूम अस्थाई व्यवस्था के तहत दिया जा रहा है। इसी के चलते 11 अक्टूबर को छात्रा ने निदेशक एम्स को शिकायती पत्र दिया। हालाकि संस्थान आरोपो को बेबुनियाद करार दे रहा है। उधर पाठ्यक्रम से जुड़े छात्रों ने छात्रा के समर्थन में एम्स प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आए। बता दें, छात्र ने हास्टल प्रशासन पर मानसिक उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया। बाीक छात्रों का भी कहना था कि वह विभिन्न प्रदेशों से यहां पढ़ने के लिए आए हैं। मगर, उन्हें हास्टल में नहीं रखा जा रहा है।