बिहार के गया में एक महिला को डायन बताकर जिंदा जला दिया गया था। वहीं अब मामले में पुलिस ने 68 आरोपियों की पहचान कर परिजनों और कई चश्मदीदों के बयान ले लिए हैं।
दरअसल, घटना के बाद ही पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। गौरतलब है कि, गया के मैगरा थाना क्षेत्र के पंचमाह गांव में पांच नवंबर को अंधविश्वास के कारण एक महिला पर डायन होने का आरोप लगाकर उसे जिंदा जला दिया गया था। सिर्फ डायन होने के शक में बर्बरता की हद पार करते हुए पहले महिला के साथ मारपीट की इसके बाद कपड़े में लपेटकर उसे जिंदा जला दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, इस कांड में झारखंड के एक ओझा की बड़ी भूमिका रही। दरअसल, गांव में एक महीने पहले एक व्यक्ति परमेश्वर की मौत हो गई थी। झारखंड के ओझा ने उनकी मौत का कारण मृतका महिला को बताया। एक दिन ग्रामीणों की भीड़ हेमंती देवी के घर में घुसी और उसे खींचकर बाहर लाकर मारपीट की। फिर कमरे में ही कपड़े में लपेटकर उसे जिंदा जला दिया।
मॉब लिंचिंग से पहले जब इस मामले की जानकारी पुलिस को लगी और पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस टीम पर भी गांव वालों ने हमला कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है।