श्री गुरुनानक शिक्षा समिति ने बृहस्पतिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर सहायक अध्यापक पंजाबी के लिए टीईटी की आर्हता समाप्त करने की मांग की। उन्होंने शैक्षिक एवं प्रशिक्षण योग्यता निर्धारित करने के लिए विद्यालयी शिक्षा उत्तराखंड को निर्देशित करने की मांग की।
समिति प्रबंधक गुरमीत सिंह की अगुवाई में समिति ने कहा कि उत्तराखंड में पंजाबी भाषा की परीक्षा का आयोजन ही नहीं किया जाता है। प्रथम भाषा के रूप में अंग्रेजी या हिंदी व द्वितीय भाषा में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत व उर्दू में से किसी एक का चयन करना होता है, जिसके चलते टीईटी की अनिवार्यता को हटाया जाना चाहिए। वहां भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, विकास शर्मा, गुरमीत सिंह आदि थे।