राज्य बनने के बाद कर्णप्रयाग विधानसभा के प्रवेश द्वार गौचर के हिस्से केवल घोषणाएं ही आईं है। हालांकि यहां कांग्रेस की हरीश रावत सरकार ने गढ़वाली बोली भाषा संस्थान की घोषणा को अमल में लाते हुए औपाचारिक शुरूवात भी की। लेकिन साल 2017 में सरकार बदलते ही संस्थान भी घोषणाओं की सूची में शामिल हो गया।कर्णप्रयाग विधानसभा का गौचर नगर पालिका क्षेत्र में जिले की एक मात्र हवाई पट्टी है। यहां जिले का सबसे पुराना पॉलीटेक्निक संस्थान होने के चलते इंजीनियरिंग कालेज की स्थापना की मांग पुरजोर हुई थी। जिससे साल 2010 में तत्कालीन निशंक सरकार ने गौचर में इंजीनियरिंग कालेज की घोषणा की। लेकिन 2012 में सरकार बदलने के बाद इंजीनियरिंग कालेज जिला मुख्यालय के खाते में चला गया। जिसकी भरपाई के लिए यहां कांग्रेस सरकार ने वेटनरी कालेज खोलने की घोषणा की। कालेज के लिए भूमि शैल गांव के पास चयनित की गई।