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• Thu, 6 May 2021 10:19 am IST


श्मशान घाट पर लोगों की भीड़ देखकर इस किसान ने दान की अपनी करोड़ों की जमीन


कोरोना संक्रमण के इस दौर में जिसको जिस तरह से हो पा रहा है वो लोगों की मदद कर रहे हैं। ऐसे में साहिबाबाद के करहैड़ा गांव से एक प्रेरक सूचना मिली। यहां एक किसान को श्मशान घाट पर लोगों की लगने वाली लाइन और समय ने इतना दुखी किया कि उन्होंने अपनी करोड़ों रूपये कीमत की जमीन श्मशान बनाने के लिए दान कर दी।


किसान ने अपनी जमीन निगम को दे दी है और वहां पर 10 प्लेटफार्म बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। यहां पर कोरोना से मृत होने वालों का संस्कार किया जाएगा। दिल्ली-एनसीआर में ये अपनी तरह का पहला मामला होगा जब किसी किसीन ने अंतिम संस्कार के लिए अपनी जमीन ही दान कर दी हो।

पेश की मिसाल:

करहैड़ा निवासी एक किसान ने श्मशान घाट के लिए अपनी 1500 गज जमीन नगर निगम को दान देकर मिसाल पेश की है। इस जमीन पर नगर निगम ने 10 प्लेटफार्म बनाने के साथ लकड़ी की व्यवस्था कर कोरोना संक्रमण से मरने वालों का अंतिम संस्कार करना शुरू कर दिया है।


करहैड़ा गांव के किसान है सुशील

सुशील कुमार निर्वाण एक किसान हैं। वह परिवार के साथ करहैड़ा गांव में रहते हैं। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण से रोजाना लोगों की मौत हो रही है। हिंडन श्मशान घाट पर लोगों को शव का अंतिम संस्कार करने के लिए 10-10 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं, कई लोगों को वापस लौटा दिया जा रहा है। संकट की इस घड़ी में लोग अपनों को खोने के बाद सही से अंतिम संस्कार तक नहीं कर पा रहे हैं। यह सब देख वह बहुत दुखी हुई।