भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाईटेड के बीच की तकरार अब आम हो गयी है। हालांकि, राष्ट्रीय जनता दल मैदान में सिर्फ जदयू का साथ देता नजर आ रहा है।
संसद के नए भवन में उद्घाटन को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, सत्ता में बैठे लोग इस देश का इतिहास बदलने के लिए नया संसद भवन बनाकर खुद उद्घाटन कर रहे हैं, इसलिए इसका मतलब नहीं है। उन्होंने नीति आयोग की बैठक को भी बेमतलब बताया। वहीं पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि, नीतीश कुमार पीएम मोदी की नजरों से बचना चाह रहे हैं। वह अगर बैठक में जाते तो उनसे नजर कैसे मिलाते।
नीतीश ने कहा कि, नए संसद भवन की क्या जरूरत थी। आजादी हुई तो जहां से शुरुआत हो गई, उसे ही और विकसित कर देना चाहिए। अलग से नया भवन बनाने का कोई मतलब ही नहीं है। आप क्या इतिहास ही बदल दीजिए। इसे अलग करने की क्या जरूरत थी। पुरानी संसद भवन को ही विकसित करना चाहिए था। आप क्या इतिहास भूला दीजिएगा? कल आप इसे खत्म कर दीजिएगा तो इतिहास के बारे में कैसे पता चलेगा।
आप जान लीजिए जो शासन में हैं, वह सारे इतिहास को बदल देंगे। आजादी की लड़ाई के इतिहास को भी बदल देंगे। आज नीति आयोग की बैठक और कल नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने का कोई मतलब नहीं था।