नैनीताल-जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने सीएम तीरथ सिंह रावत के कार्यक्रम में फिजूलखर्ची करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एमबीपीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम में टीकाकरण अभियान शुभारंभ स्थल पर 15 हजार रुपये से अधिक के गुब्बारे लगवा दिए गए। वहीं, ऑडिटोरियम के बाहर पंडाल में बैठाए गए युवाओं को पीने के लिए पानी तक नसीब नहीं हुआ। घंटों इंतजार के बाद भीड़ ऑडिटोरियम में जबरन घुसने का प्रयास करने लगी। एमबीपीजी कॉलेज में दो टीकाकरण बूथ बनाए गए थे इनमें से एक पर मीडिया कर्मियों और दूसरे बूथ पर 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं के टीका लगाए जाने की व्यवस्था की गई थी। ऑडिटोरियम के बाहर युवाओं के लिए पंडाल भी लगाया गया था लेकिन टीकाकरण की गति काफी धीमी होने के कारण युवाओं को टीका लगवाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा था। दोपहर में जब सीएम कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, उस वक्त दो सौ से अधिक युवा पंडाल में थे। सीएम ने चंद मिनट का संबोधन किया और अगले कार्यक्रम के लिए चले गए। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी सीएम के काफिले के साथ चले गए। इसके कुछ देर बाद ही पंडाल में भूखे प्यासे बैठे युवाओं के सब्र का बांध टूट गया। पहले तो युवाओं ने ऑडिटोरियम के दरवाजे पर बैठे गार्ड से कुछ पूछा जब संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो भीड़ आडिटोरियम के दरवाजे से जबरन घुसने का प्रयास करने लगी। युवाओं का कहना था कि उन्हें सीएम के कार्यक्रम की वजह से रोका गया था तो कम से कम गर्मी में पानी की व्यवस्था तो करनी चाहिए थी। टीकाकरण अभियान की ड्यूटी में लगे कर्मचारियों न युवाओं को बताया कि टीकाकरण के लिए 20-20 युवाओं को अंदर भेजने की व्यवस्था की गई है, जब वे बाहर आएंगे तो उन्हें भेजा जाएगा। इसके बाद कुछ युवाओं को कस्तूरबा भवन में बने टीकाकरण केंद्र पर भेजा गया।