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DevBhoomi Insider Desk
• Sun, 12 Sep 2021 8:41 am IST


पर्वतीय कृषि को नई दिशा देने पर जोर


आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से दो दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें पर्वतीय कृषि के लिए कौशल कृषि विषय पर चर्चा की गई। इस दौरान काश्तकारों को आगामी सीजन में बोई जाने वाली सब्जियों के बीज की किट भी वितरित की गई। प्रधान वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डा. चित्रांगद सिंह राघव ने पर्वतीय कृषि को एक नई दिशा देने, कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों के समावेश करने व पर्वतीय कृषि को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से वेबिनार का आयोजन किया गया है। वेबिनार के पहले दिन केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. संजीव शर्मा ने पर्वतीय क्षेत्रों में आलू की उन्नत उत्पादन तकनीकी के बारे में बताया। भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. जे स्टेनली ने पर्वतीय फसलों में एकीकृत कीट प्रबंधन और संरक्षित कृषि प्रौद्योगिकी केंद्र नई दिल्ली के प्रधान वैज्ञानिक डा. अवनी कुमार सिंह ने पर्वतीय क्षेत्रों में आय वृद्धि के लिए संरक्षित खेती जैसे विषयों पर विचार व्यक्त किए.