यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद दुनिया के तमाम मुल्कों में किसी अनहोनी को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है। चीन की ओर से भी ऐसे किसी आक्रामक कदम की आशंकाएं मजबूत हुई हैं। इन्हीं आशंकाओं के बीच ताइवानी रक्षा मंत्री ने बुधवार को कहा कि ताइवान अपनी चार महीने की अनिवार्य सैन्य सेवा का विस्तार करने पर विचार कर रहा है। सनद रहे कि चीनी लड़ाकू विमानों द्वारा ताइवान के वायु क्षेत्र में घुसपैठ की घटनाएं लगातार हो रही हैं। तावाइन के रक्षा मंत्री चिउ कुओ-चेंग (Chiu Kuo-cheng) ने कहा कि सरकार किसी भी बदलाव को तुरंत लागू नहीं करेगी। कोई भी बदलाव घोषणा के एक साल बाद ही प्रभावी होगा और सांसदों के परामर्श के बाद ही ऐसा फैसला लिया जाएगा। मौजूदा वक्त में हम इस मसले पर अध्ययन कर रहे हैं।मालूम हो कि ताइवान में नागरिकों के लिए चार महीने की अनिवार्य सैन्य सेवा है। कुछ लोगों की ओर से सुझाव दिया है कि यह सैन्य सेवा लंबी होनी चाहिए। हाल के वर्षों में चीन ने ताइवान के हवाई क्षेत्र में सैन्य आक्रामकता तेज की है। चीन ताइवान पर हक जताता रहा है। वह आए दिन ताइवान के वायु क्षेत्र में लड़ाकू जेट भेज रहा है। बता दें कि 1949 में गृहयुद्ध के दौरान ताइवान और चीन अलग हो गए थे।