Read in App


• Thu, 23 May 2024 5:11 pm IST


काम चलाऊ व्यवस्था से हो रही टीएचडीसी आईएचईटी में पढ़ाई


नई टिहरी। टीएचडीसी हाइड्रो पावर प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी भागीरथीपुरम में प्रोफेसर, एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसरों के रिक्त पदों को भरने की कवायद लंबे समय बाद भी पूरी नहीं हो पाई है। प्रोफेसरों के रिक्त पद नहीं भरे जाने के कारण संस्थान को पठन-पाठन में खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। उत्तराखंड तकनीकी विवि रिक्त पदों को भरने की जहमत नहीं उठा पा रहा है। कॉलेज में संविदा के अधिकांश प्रोफेसरों से काम चल रहा है।
भागीरथीपुरम में टीएचडीसी आईएचईटी की स्थापना बीटेक के पांच ब्रांच के साथ शुरू हुई थी, जिनमें इंजीनियरिंग की सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर साइंस में 60-60 सीटें निर्धारित थी। वर्ष 2023 से 60 सीटों पर कंप्यूटर साइंस में आर्टिफिशियल एवं मशीन लर्निंग में एक और ब्रांच शुरू हुई है।
संस्थान को रिनेबल इनर्जी और हाइड्रो में 18 सीट रेगुलर और 18 सीट पार्ट टाइम फॉर वर्किंग प्रोफेशनल में एमटेक शुरू करने की भी एआईसीटीई से अनुमति मिल चुकी है। इस वर्ष एमटेक में भी प्रवेश शुरू होने हैं, लेकिन संस्थान में प्रोफेसरों की शुरुआती दौर से चली आ रही कमी दूर नहीं हो पा रही है।