पर्वतीय जिलों का पहला मेडिकल कॉलेज सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान स्थापना के बाद से ही विवादों में रहा है। यहां मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल के इमरजेंसी में शुक्रवार देर शाम जूनियर रेजीडेंट डॉक्टरों के बीच मरीज का इलाज करने को लेकर लात घूसे चल गए। इससे काफी देर तक अस्पताल में अफरातफरी का माहौल रहा। इससे इलाज कराने आए लोगों के साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों और तीमारदारों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।
मेडिकल कॉलेज में आर्थो विभाग में कार्यरत जूनियर रेसिडेंट डॉ. रोहित मेहरा ने आरोप लगाया कि सूचना पर शनिवार देर शाम वह इमरजेंसी में आए थे और तीन साल के एक बच्चे के हाथ में प्लास्टर कर रहे थे। इसी बीच प्लास्टर कक्ष में एक अन्य डाक्टर आए और वे मरीज को देखने को लेकर उनसे उलझने लगे। उन्होंने कहा कि वे कॉल पर आए है, लेकिन इतने मे ही वे और उनके साथ आए अन्य डॉक्टर मारपीट करने लगे। डॉ. रोहित ने बताया कि अस्पताल के ही आठ अन्य जूनियर रेजीडेंटों ने उन पर हमला बोल दिया। इससे वो बूरी तरह घायल हो गए। वहीं इस दौरान वहां अफरातफरी मच गई, इससे अस्पताल पहुंचे मरीजों और तीमारदारों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। पीड़ित ने रेसिडेंट डाक्टर ने बताया कि मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी है। एक शिकायती पत्र भी पुलिस को दिया है।