नई दिल्ली: इन्फ्लेशन (मुद्रास्फीति) कम होने के संकेत मिलने के साथ ही घरेलू स्तर पर आर्थिक परिदृश्य के लचीला रहने का अनुमान बढ़ गया है। ऐसे में अर्थव्यवस्था करीब सात फीसदी की GDP हासिल करने की ओर बढ़ रही है। यह उम्मीद केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जारी एक बुलेटिन में जताई गई है।
केंद्रीय बैंक के ताजा बुलेटिन में कहा गया है कि वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही
में देश का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 6.1 से 6.3 प्रतिशत के बीच
रह सकता है। हालांकि, अब भी भारत वैश्विक
विपरीत परिस्थितियों के प्रति संवेदनशील बना हुआ है। वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही
के जीडीपी के आंकड़े नवंबर के अंत तक जारी किए जाएंगे।
RBI के ताजा बुलेटिन में कहा गया है कि भारत में
खुदरा महंगाई दर में कमी दर्ज होने से अर्थव्यवस्था के प्रति मौद्रिक रुख में लचीलापन
आने की संभावना बढ़ी है। लेख में कहा गया है कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो वित्तीय
वर्ष 2022-23 में भारत सात प्रतिशत
की GDP हासिल कर सकती है।