उत्तराखंड के जंगलों में अवैध धार्मिक स्थल निर्माण की बड़ी कोशिश को नाकाम किया गया है. राज्य में 200 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिक्रमण की कोशिश नाकाम हुई है. चिंता की बात यह है कि राज्य में अभी 11,861 हेक्टेयर वन क्षेत्र में अतिक्रमण बरकरार है. उधर राज्य भर के कई वन अधिकारी अभी जंगलों में हो रहे अतिक्रमण की जानकारी को छुपाने में लगे हुए हैं.उत्तराखंड में अवैध धार्मिक स्थल निर्माण की जांच को लेकर वन विभाग में एक आईएफएस अधिकारी को नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है. उसके बाद से ही लगातार राज्य भर में अवैध धार्मिक स्थल निर्माणों का चिन्हीकरण हो रहा है. हैरत की बात यह है कि तमाम क्षेत्रों में वन विभाग के अधिकारी अवैध अतिक्रमण की जानकारी को छुपाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. शायद यही कारण है कि अब ऐसे अधिकारियों को चिन्हित करने का काम भी तेज हो गया है. इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद आईएफएस अफसर डॉ पराग मधुकर धकाते को ऐसे निर्माणों के चिन्हीकरण की जिम्मेदारी दी गई है.