योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि एलोपैथी दवा कारोबार 200 लाख करोड़ का है तो मेरी पकड़ भी देश के 100 करोड़ से अधिक नागरिकों तक है। आयुर्वेद को स्यूडोपैथी बताने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती। आयुर्वेद में सामर्थ्य है कि वह एलोपैथी सहित विश्व की किसी भी पैथी को चुनौती दे सके। उन्होंने कहा कि आईएमए को भारतीयता से नफरत है और यह गलत है। योग और आयुर्वेद भी डबल डोज हैं। वे स्वयं दशकों से यह डबल डोज लेते हैं। अत: उन्हें वैक्सीन की जरूरत नहीं। अमर उजाला से बातचीत करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि एलोपैथी ने पोलियो और टीबी का इलाज ढूंढा, उसका स्वागत किया है। आकस्मिक चिकित्सा के क्षेत्र में एलोपैथी ने ऊंचा मुकाम हासिल किया है। उसकी सराहना और स्वीकार भी किया है। फिर क्यों नहीं आईएमए भी प्राचीनतम पद्धति आयुर्वेद को स्वीकार करती है।