विगत पैंतीस दिनों से बंद चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट-सोबला मार्ग के उच्च हिमालय में नागलिंग से सेला तक खुलने से थोड़ी राहत मिल चुकी है। दर और छिरकिला में बंद मार्ग नहीं खुलने से उच्च हिमालयी दारमा का अभी भी तहसील मुख्यालय धारचूला से सम्पर्क बहाल नहीं हो सका है ।इस दौरान दारमा में फंसे वाहनों को निकालने और सामान लेने चालक और ग्रामीण दारमा रवाना हो चुके हैं। पहले दिन दारमा में फंसे दस वाहन उच्च हिमालय के प्रवेश द्वार दर के निकट तक पहुंचा दिए गए हैं।
बीते माह 17 से 19 अक्टूबर की भारी बारिश के दौरान दारमा मार्ग बंद हो गया था। मार्ग बंद होने तथा उच्च हिमालय में हिमपात होने के कारण माइग्रेशन करने वाले ग्रामीणों ,पर्यटकों और सरकारी कर्मियों को हैलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर धारचूला लाया गया। उच्च हिमालय से लेकर मध्य हिमालय में छिरकिला बांध स्थल पर मार्ग बंद हो गया। मार्ग बंद होने से दारमा गए पशु और पशुपालक भी फंस गए। इस मार्ग को खोलने के लिए जिलाधिकारी ने केंद्रीय लोनिवि और बीआरओ को सख्त निर्देश दिए। निर्देशों के तहत दस नवंबर तक मार्ग खोलना था। विभाग समय पर मार्ग नहीं खोल सके।