परमार्थ निकेतन में भाई दूज के पावन अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती, साध्वी भगवती सरस्वती एवं साध्वी आभा सरस्वती के सानिध्य में परमार्थ गुरुकुल के ऋषि कुमारों और परमार्थ परिवार के सदस्यों को बहनों ने तिलक लगाकर भाई दूज का पर्व मनाया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि बहन रक्षाबंधन के अवसर पर भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है, फिर भाई दूज को माथे पर तिलक लगाकर दीर्घायु और दिव्यायु की प्रार्थना करती हैं। नारियां करवा चौथ को पति के लिए व्रत रखती हैं, अहोई अष्टमी को बेटे के लिये, भाई दूज पर भाइयों को तिलक करती है। इसलिये 365 दिन में उस मातृशक्ति को अपने हृदय में स्थान दे उनका सम्मान करें।