चम्पावत: लोहाघाट और बाराकोट में बैठकी और खड़ी होली की धूम मची हुई है। नगर के सुंई, फोर्ती, बनगांव, डैंसली, मडलक, रौंसाल, मड़, सैलपेडू, रायनगर चौड़ी, बाराकोट, नौमाना, बर्दाखान आदि स्थानों में होल्यार होली गायन किया जा रहा है। रायनगर चौड़ी के होल्यारों ने नगर के प्रसिद्ध ऋषेश्वर महादेव मंदिर में शिव की जटा गंभीर वा में गंगा समायो रे..., आदि होली का गायन किया। आदर्श कलौनी में लुटे शहर बसाय पिया तुम क्यों ना मिले रघुनंदन से..., भई-भई धरम की जीत..., अर्जुन तुम क्यों आस निराश भये..., तुम तो भई तपवान कालिका..., कलयुग में अवतार लियो... होली का गायन किया गया। ठांटा गांव में कैलाश को वाश महातम..., अमर गया शिव शंकर के..., दशरथ राजा की तीनों रनियां..., चारों पहरा देय महातम... आदि होली गा रहे हैं।