अल्मोड़ा-पर्वतीय क्षेत्रों के सुदूर गावों में पहले से ही पेयजल संकट सिर चढ़कर बोल रहा है गावों के लोग खुद के साथ ही मवेशियों की प्यास बुझाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं वहीं अब गावों में मवेशियों के लिए घास का संकट भी बढ़ गया है। गाव की महिलाएं करीब आठ किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बमुश्किल मवेशियों के लिए घास का इंतजाम कर रही हैं।