राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गुरूवार को राजभवन ऑडिटोरियम में भारतीय रेडक्राॅस समिति की राज्य शाखा की बैठक की अध्यक्षता की। राज्यपाल मौर्य ने प्रदेश में रेडक्राॅस की कार्यप्रणाली को और अधिक सुधारने की नसीहत दी। उन्होंने पिछले वर्षों में रेडक्राॅस में अपेक्षा के अनुसार नये सदस्य नहीं जुड़ने पर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने रेडक्राॅस सदस्यता अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिये। राज्यपाल ने कहा कि रेडक्राॅस की मुख्य शक्ति उसके स्वयंसेवक हैं इसीलिये रेडक्राॅस से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाये।
राज्यपाल मौर्य ने राज्य शाखा और जनपदीय समितियों को और अधिक समर्पित होकर कार्य करने के निर्देश दिये। जनपदों में रेडक्राॅस की नियमित बैठकें न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को प्रतिमाह तथा सभी जिलाधिकारियों को प्रति तीन माह पर बैठक करने के निर्देश दिये। बैठकों का कार्यवृृत्त सीधे राजभवन को भेजा जाये। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर में रेडक्राॅस के सदस्यों की भूमिका महत्वपूर्ण है। लोगों में कोविड-19 के बचाव की जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ संक्रमित व्यक्तियों को चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करने हेतु सहायता देना भी आवश्यक है।
रेडक्राॅस की सिस्टर शाखा सेंट जाॅन एम्बुलेस के आय-व्ययक में प्रस्तावित आय के लक्ष्य पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। कई रेडक्राॅस समितियों ने राज्यपाल मौर्य द्वारा प्रदेश के मोरी, जोशीमठ आदि आपदा ग्रस्त एवं दूरस्थ हिस्सों में विवेकाधीन कोष एवं अन्य स्रोतों से प्रेषित राहत सामाग्री हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया।
बैठक में सचिव स्वास्थ्य डाॅ0 पंकज पाण्डे, सचिव राज्यपाल बृजेश संत, डी0एम देहरादून डाॅ0 आशीष श्रीवास्तव, अपर सचिव राज्यपाल जितेन्द्र सोनकर, रेडक्राॅस राज्य शाखा के चेयरमैन कुन्दन सिंह टोलिया, महासचिव डाॅ0 एम.एस अंसारी सहित वरिष्ठ अधिकारीगण, विभिन्न जनपदों से आये मुख्य चिकित्साधिकारी तथा रेडक्राॅस पदाधिकारी उपस्थित थे।