DevBhoomi Insider Desk • Sun, 20 Feb 2022 12:30 pm IST
द्विजप्रिय संकटी चतुर्थी को करें गणपति की पूजा, इस उपाय से दूर होंगे संकट
हर महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकट चतुर्थी या संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. फाल्गुन मास का आगाज हो चुका है. फाल्गुन माह की संकटी चतुर्थी को द्विजप्रिय संकटी चतुर्थी भी कहा जाता है. इस बार संकष्टी चतुर्थी 20 फरवरी रविवार को है. हिन्दू पंचांग के अनुसार द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का व्रत 20 फरवरी 2022, रविवार को रखा जाएगा. चतुर्थी की शुरुआत 19 फरवरी को रात्रि 9 बजकर 56 मिनट से से होगी, जिसका समापन 20 फरवरी की रात्रि 9 बजकर 05 मिनट पर होगा. संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रोदय रात्रि 9 बजकर 50 मिनट पर होगा.