रुद्रप्रयाग: बाबा केदार की चल उत्सव डोली को धाम पहुंचाने के लिए पंचगाईं और रांसी गांव के जमाणियों (हक-हकूकधारी/दस्तूरदार) में विवाद हो गया। प्रशासन व मंदिर समिति के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और दोनों पक्षों जमाणियों के कांधों से डोली को विदा किया गया।बाबा केदार की डोली को कपाटोद्घाटन के समय ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदारनाथ पहुंचाने और कपाट बंद होने पर धाम से शीतकालीन गद्दी वापस लाने की जिम्मेदारी हक-हकूकों के तहत केदारघाटी व मद्महेश्वर घाटी के पंचगाईं व रांसी गांव के ग्रामीणों को मिली हुई है। सोमवार को बाबा केदार की डोली प्रस्थान के दौरान दोनों तरफ के जमाणी (रांसी व पंचगाईं) अपने-अपने हक-हकूक को लेकर ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में पहुंचे। दोनों तरफ के लोगों ने हक जताते हुए डोली पर हाथ नहीं लगाने दिया। ऐसे में उप जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा और बीकेटीसी के अधिकारी/कर्मचारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा। लगभग आधा घंटे चली बैठक के बाद सहमति बनी कि बाबा केदार की डोली को रांसी और पंचगाईं के जमाणी संयुक्त रूप से ले जाएंगे, इसके लिए दोनों की तरफ से 6-6 सदस्य तय किए गए।