उत्तरकाशी-रामचंद्र उनियाल राजकीय महाविद्यालय की पहल पर बुधवार को कोरोनाकाल में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर स्थानीय औषधीय पादपों का परिचय विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।
वेबिनार के मुख्य वक्ता वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. महेंद्र परमार ने कहा कि स्थानीय स्तर पर ऐसी कई वनस्पतियां हैं, जिनका औषधीय महत्व होने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक हैं। उन्होंने स्थानीय वनस्पति गंद्रायाण या चोरा, कुटकी, अमिल, नींबू, लेमन घास, आंवला, अदरक, हल्दी, तुलसी, गिलोय, दालचीनी, तेजपात, पोदीना, व तेजबल या टिमरू आदि के महत्व व वानस्पतिक वितरण की जानकारी दी। साथ ही ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने वाले अमिल, पोदीना व अजवाइन से काढ़ा व भाप लेने के बारे में भी बताया।