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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 2 Feb 2023 1:30 pm IST


मानसखंड झांकी के हर कलाकार को मिलेंगे ₹50 हजार, जानिए क्या थी खासियत


देहरादून: गणतंत्र दिवस परेड अभी तक राजपथ पर होती थी. अब मोदी सरकार ने इस वर्ष उसका नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया है. नाम बदलने के बाद कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की यह पहली परेड थी. इसमें उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देश में प्रथम स्थान मिलने से इतिहास में उत्तराखंड राज्य का नाम दर्ज हो गया है. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गणतंत्र दिवस परेड में पहला पुरस्कार जीतने वाली मानसखंड झांकी में शामिल प्रत्येक कलाकार को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की है. इस दौरान सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने विजेता ट्रॉफी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेंट स्वरूप दी. बता दें, कि इस साल कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में उत्तराखंड की ओर से मानसखंड की झांकी प्रदर्शित की गई थी. 18 कलाकारों के दल ने भी झांकी में अपना प्रदर्शन किया था. झांकी का थीम सांग 'जय हो कुमाऊं-जय हो गढ़वाला' को पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध जनकवि जनार्दन उप्रेती ने लिखा था. जिसे सौरभ मैठाणी और उनके साथियों ने सुर दिया था. इस थीम गीत के निर्माता पहाड़ी दगड़िया थे.गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन पर मानसखंड पर आधारित झांकी प्रस्तावित की गई थी. केदारनाथ और बदरीनाथ की तर्ज पर कुमाऊं के पौराणिक मंदिरों के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना पर काम किया जा रहा है. जिसमें इन प्रमुख मंदिरों का विकास होना है. धामी के विजन के अनुसार पहले चरण में 2 दर्जन से अधिक मंदिरों को इसमें शामिल किया गया है.