नई दिल्ली: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने पूरे देश में फैले एक बड़े ड्रग्स सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। एनसीबी के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अलग-अलग छापेमारी में देश में ड्रग्स तस्करी से जुड़े गैंग के छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि तस्करों से नशीली दवा लीसर्जिक एसिड डाईएथिलेमाइड (LSD) के 15 हजार पैकेट्स बरामद किए गए हैं, जिनकी मार्केट वैल्यू हजारों करोड़ रुपये में है।
NCB के अनुसार, यह 20 साल में अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी है। इससे पहले कर्नाटक
पुलिस और कोलकाता एनसीबी ने 2021-2022 में एलएसडी के पांच हजार पाउच बरामद
किए थे। डिप्टी डीजी के मुताबिक, संदिग्धों की निशानदेही पर 2.5 किलोग्राम मारिजुआना और 4.65 लाख रुपये की नकदी भी जब्त की गई है। वहीं, इनके बैंक
अकाउंट्स से 20 लाख रुपये भी
मिले हैं।
देशभर में चल रहा था ये धंधा
NCB के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि पूरे देश में फैला यह
सिंडिकेट डार्क नेट, क्रिप्टो करेंसी
और फॉरेन पोस्ट ऑफिस के माध्यम से ये धंधा चला रहा था। सोशल मीडिया के जरिए
ड्रग्स की डीलिंग होती थी। उन्होंने बताया कि इस
ड्रग्स सिंडिकेट का नेटवर्क अमेरिका, नीदरलैंड, पोलैंड से लेकर दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, केरल और उत्तर प्रदेश में फैला हुआ था। NCB की दिल्ली जोनल
टीम और अन्य राज्यों की सहायता से इस सिंडिकेट का खुलासा किया गया है।
नोएडा के छात्र से मिली सिंडिकेट की लीड
NCB के डिप्टी डीजी के अनुसार, नोएडा में पढ़ने
वाले एक कॉलेज स्टूडेंट जो गोवा का रहने वाला है, वो इस मामले में सबसे पहले पकड़ा गया। इसके बाद सिंडिकेट का
खुलासा होता गया और इसके बाद दिल्ली से एक लड़का पकड़ा गया। एक लड़की भी इनकी
गिरोह में थी, वो भी एनसीआर से पकड़ी गई। इस सिंडिकेट का मास्टरमाइंड जयपुर का निवासी है। वह एक
मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है। इससे पूछताछ के बाद पुणे के पोस्ट ऑफिस से LSD बरामद हुई। फिर नोएडा और
केरल से दो-दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। एलएसडी पोलैंड और नीदरलैंड से आता है। भारत, इसका हब बनता जा रहा है। इंस्टा-विकर के माध्यम से ये
ग्रुप बनाकर अपने टारगेट खोजते थे।