केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि आपदा में अब तक 64 लोगों की मौत हुई है। 11 लोग लापता हैं। इन लोगों की तलाश और प्रभावितों को राहत पहुंचाने का काम जोरशोर से जारी है। हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत सरकार की ओर से 24 घंटे पहले ही चेतावनी मिलने के चलते उत्तराखंड में आपदा से कम नुकसान हुआ है। अलर्ट के चलते हमने पहले ही तैयारी कर ली थी। अधिकांश मोबाइल यूजर को समय पर मैसेज भी भेजे गए थे। इस सतर्कता के चलते जनहानि कम हुई। उन्होंने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने काफी सूझबूझ से काम किया।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में आपदा की स्थिति में केंद्र और राज्य सरकार की सभी एजेंसियां सक्रिय हो गई थी। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की 17 टीमें, एसडीआरएफ की 60, पीएसी की 15 कंपनियां और राज्य पुलिस के 5000 से ज्यादा जवान इस समय प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यों के लिए मैदान में हैं। केंद्रीय बलों-आईटीबीपी, सेना और वायु सेना के साथ इनकी सतर्कता के कारण, चार धाम तीर्थयात्रियों को तीन दिनों की भारी बारिश में सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए कहा गया था। इससे एक भी तीर्थयात्री की जान नहीं गई। इन बचाव बलों ने भी लगभग 3500 लोगों को बचाया और 16000 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित निकाल लिया।