कलियर में साबिर पाक के 753वें सालाना उर्स और ईद मिलादुन्नबी के मौके पर जायरीनों की भारी भीड़ उमड़ी। दरगाह साबिर पाक में चादर पेश कर जायरीनों ने अमन-चैन की दुआ मांगी।
मंगलवार को चांद की 12 रबीउल अव्वल की तारीख को ईद मिलादुन्नबी और साबिर पाक के सालाना उर्स में बड़ी रोशनी की रस्म होने के चलते जायरीनों ने दरगाह साबिर पाक में चादर पेश कर मुराद मांगी। बड़ी रोशनी के साथ ही महफिल खाने में खत्म शरीफ हुआ। इसके पूरा होने के बाद जायरीनों ने दुआएं मांगी। महफिल-ए-शमा में देश के अलग-अलग राज्यों से आए कव्वालों ने सूफियाना कलाम पढ़कर पूरी रात समा बांधे रखा। साथ ही साबिर पाक को अपनी खिराजे अकीदत पेश की। दरगाह में बड़ी रोशनी से बड़ा न कोई दिन होता है न रस्म। इस दिन उर्स अपने शबाब पर होता है। सज्जादा नशीन शाह अली एजाज साबरी ने बड़ी रोशनी की रस्म में शिरकत करते हुए खत्म शरीफ में हिस्सा लिया और दुआ कराई।