चारधाम यात्रा की औपचारिक शुरुआत तो हो गई है। बदरीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे। सरकार , प्रशासन , और विभिन्न विभागों ने कपाट खुलने से पूर्व यात्रा व्यवस्था चाक चौबंद करने के लिये मैराथन बैठकें और स्थलीय निरीक्षण किये हैं। मुख्य सचिव डा. एसएस संधु दो बार बदरीनाथ पहुंच कर मास्टर प्लान के निर्माण कार्यों और यात्रा तैयारियों की समीक्षा और निरीक्षण कर चुके हैं। अभी तैयारी आधी अधूरी दिखती है।बदरीनाथ में मास्टर प्लान निर्माण कार्य जोर शोर से चल रहा है। इसके लिये आवश्यक समतली करण कार्य हो रहे हैं। इसके चलते बदरीनाथ में पेयजल की लाइनें क्षतिग्रस्त हुईं हैं। हालांकि कुछ स्थानों पर पेयजल लाइन ठीक भी की जा रहीं हैं। पर आईटीबीपी के आसपास सहित कई इलाकों में अभी पानी पूरी तरह सुचारु नहीं हुआ है।जल संस्थान के जेई ओमप्रकाश बताते हैं कि बदरीनाथ में यात्रा सीजन में हम संरक्षित करते हैं। जिसकी पूरी खपत होती है। इस समय कुछ लाइन में पानी कम है। इसे ठीक किया जा रहा है। वहीँ बदरीनाथ हाईवे पर रडांग ग्लेशियर प्वाइंट की सड़क पर 700 मीटर पर धूल धक्कड़ का अंबार लगा है। यदि जल्द सड़क दुरस्त नहीं की गई तो यात्रियों और वाहनों को मुश्किल हालात से गुजरना पड़ सकता है। लामबगड़ के नजदीक पागल नाला के भूस्खलन क्षेत्र के दायरे की जमीनी हालात अभी ठीक किए जाने की जरूरत है। हालांकि मुख्य सचिव डा. एसएस संधु और जिला अधिकारी हिमांशु खुराना ने सड़क व्यवस्था ठीक करने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए हैं।