भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को भाद्रपद अमावस्या या भादो अमावस्या कहा जाता है. हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है. ऐसा कहते हैं कि भाद्रपद अमावस्या में स्नान, दान और श्राद्ध करने से पुण्य मिलता है और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. भाद्रपद अमावस्या में कुश (घास) एकत्र करने की भी परंपरा है. इसलिए इसे कुशा गृहिणी अमावस्या भी कहते हैं. हिंदू पंचांग में भाद्रपद की अमावस्या तिथि दो दिन लग रही है- 26 अगस्त और 27 अगस्त. इसलिए लोग इसकी सही तारीख को लेकर बहुत ज्यादा कन्फ्यूज हो गए हैं.
भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 26 अगस्त दिन शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ होगी और अगले दिन यानी शनिवार, 27 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर इसका समापन होगा. उदया तिथि के कारण भाद्रपद अमावस्या 27 अगस्त दिन शनिवार को ही मनाई जाएगी.